एक बार की बात है, सुंदर सक्सोनी (Sachsen) में, लाइपज़िग के पास।
एक पिता अपने 8 साल के बेटे को जंगल के जानवर दिखाना चाहता था।
वे एक हाई सीट (Jagdhochsitz) पर चढ़ गए।
पिता दक्षिण की ओर देखता है और धूप सेंकती हुई एक नग्न औरत को देखता है।
बेटा उत्तर की ओर देखता है और दो लोमड़ियों को देखता है।
बेटा उत्साहित होकर अपने पिता से कहता है:
"फिग्ग्से, फिग्ग्से बाब्बा, फिग्ग्से!!!"
इस पर पिता धीरे से कहता है:
"बस, मम्मी को मत बताना, समझे?"
एक बार की बात है, सुंदर सक्सोनी (Sachsen) में, लाइपज़िग के पास।
एक पिता अपने 8 साल के बेटे को जंगल के जानवर दिखाना चाहता था।
वे एक हाई सीट (Jagdhochsitz) पर चढ़ गए।
पिता दक्षिण की ओर देखता है और धूप सेंकती हुई एक नग्न औरत को देखता है।
बेटा उत्तर की ओर देखता है और दो लोमड़ियों को देखता है।
बेटा उत्साहित होकर अपने पिता से कहता है:
"फिग्ग्से, फिग्ग्से बाब्बा, फिग्ग्से!!!"
इस पर पिता धीरे से कहता है:
"बस, मम्मी को मत बताना, समझे?"